Jhijar January 04, 2014:Following is the text (in Hindi), of Prime Minister, Dr. Manmohan Singh’s address at the foundation stone laying ceremony of the Global Centre for Nuclear Energy Partnership and National Cancer Institute, in Jhajjar, Haryana today:
“आज हमने Global Centre for Nuclear Energy Partnership की स्थापना केलिए पहला कदम उठाया है। इससे हरियाणा को एक ऐसी संस्था मिलने जा रही है जोमहफूज़ और टिकाऊ Nuclear Energy को बढ़ावा देने की दिशा में काम करेगी। इसकेअलावा हमने National Cancer Institute की स्थापना के लिए भी काम शुरू कर दिया है। यह Institute हरियाणा में AIIMS के Campus की स्थापना के एक बड़े project काहिस्सा होगा और देश में कैन्सर की बीमारी से संबंधित खोज और उसके इलाज कीसुविधाओं के लिए एक Centre of Excellence के तौर पर काम करेगा।
ये दोनों projects हमारे देश के लिए बहुत महत्व रखते हैं और मैं हरियाणासरकार को, श्री भूपेन्दर सिंह हुड्डा और श्री दिपेन्दर सिंह हुड्डा को इन दोनोंसंस्थानों की स्थापना के लिए किए गए प्रयास और इस काम में भारत सरकार को दिएजा रहे सहयोग के लिए बधाई देना चाहता हूं। मैं हरियाणा सरकार और मुख्य मंत्री श्रीभूपेन्दर सिंह हुड्डा जी को ख़ास तौर पर AIIMS के दूसरे Campus के विकास के लिए300 एकड़ ज़मीन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ। ये projects न सिर्फहमारे देश के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण होंगे। इनकी स्थापना में हमेंहरियाणा की जनता का पूरा सहयोग मिला है जिसके लिए हम सब आपके आभारी हैं।
जैसे-जैसे हमारे देश की आबादी बढ़ेगी, हमारे देश में शहरीकरण बढ़ेगाऔर हमारी आमदनी भी बढ़ेगी, हमारे देश में बिजली की मांग भी बढ़ेगी। हमें अपनेदेश के आर्थिक विकास के लिए बिजली की सप्लाई को तेजी से बढ़ाना होगा। ऐसाकरके ही हम अपने कारखानों, अपने किसानों के सिंचाई पम्पों और लोगों के घरों मेंरोशनी के लिए बिजली उपलब्ध करा सकेंगे। देश में उपलब्ध बिजली के सभीresources यानि कोयला, पानी, गैस, solar energy और wind energy का इस्तेमाल करनेके साथ-साथ हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हम प्रदूषण पर काबू पा लेंजिससे हमारे वातावरण को कम से कम नुकसान पहुँचे।
Nuclear energy, बिजली बनाने का एक भरोसेमंद और साफ सुथरा ज़रियाहै। भारत दुनिया के उन कुछ देशों में से एक है, जिन्होंने nuclear power plants लगानेकी technology का विकास कर लिया है और nuclear fuel बनाने की काबिलियत भीहासिल कर ली है। हमारा मकसद है कि आने वाले 10 सालों के अंदर हम 27000मेगावाट से ज्यादा nuclear power बनाने की क्षमता प्राप्त कर लें।
Nuclear power बनाने की अपनी क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ हमारे लिएयह भी जरूरी है कि वह सामग्री जिससे nuclear fuel तैयार होता है महफूज़ रहे औरकभी-भी अपराधियों और आतंकवादियों जैसे गलत लोगों के हाथ न लग पाये। यह भीजरूरी है कि हमारे nuclear power plants हिफाज़त के सबसे अच्छे तरीकों को अपनाएं।
भारत में हमने nuclear power plants और nuclear सामग्री की हिफाज़त केलिए बेहतरीन तरीकों को अपनाया भी है। जापान में 2011 में Fukushima के हादसे केबाद हमने अपने power plants के design और management में सुरक्षा के कई नए उपायबनाये हैं। आज हम यह बात पूरे इत्मीनान से कह सकते हैं कि हमारे safety standardsकी तुलना दुनिया के सबसे अच्छे safety standards से की जा सकती है।
लेकिन हम nuclear power plants और nuclear सामग्री की सुरक्षा और भीमज़बूत करने की कोशिश करते रहेंगे। इससे अपनी energy policy पर हमआत्मविश्वास के साथ अमल करके आगे बढ़ पाएंगे।
इस काम में Global Centre for Nuclear Energy Partnership की एकमहत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। यह पूरी तरह चालू हो जाने पर, ऐसे nuclear systems कीखोज और डिजाइन के लिए काम करेगा जो सुरक्षित और टिकाऊ हों और जिनकागलत लोगों के हाथों में पड़ने का कोई खतरा न हो। यह nuclear energy के क्षेत्र मेंमानव संसाधनों के विकास के मकसद से भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय experts दोनों कोशामिल करके workshops और seminars भी आयोजित करेगा। अंतर्राष्ट्रीय औरभारतीय वैज्ञानिकों को एक साथ लाकर यह centre उनके लिए research और trainingकार्यक्रम आयोजित करेगा और इस तरह से Global Nuclear Energy Partnership कोबढ़ावा देगा। इन सब मकसदों को पूरा करने के लिए हम International Atomic Energy Agency और रूस, फ्रांस और अमेरिका जैसे देशों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
मुझे खुशी है कि इस इलाके में रहने वाले लोगों को इस project से सीधा लाभमिलेगा। इसके लिए जिन लोगों की जमीनें ली गई हैं उन्हें मुआवजे के अलावा 33 सालतक वार्षिक भुगतान मिलता रहेगा। इस तरह एक लंबे वक्त के लिए उन्हें आमदनी काज़रिया उपलब्ध होगा। स्थानीय लोगों के फायदे के लिए इस Centre के आसपास केक्षेत्र में 10 करोड़ रूपये की लागत से कई projects लागू किए जाएंगे। इनमें लड़कियों केलिए एक कॉलेज, विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के लिए एक स्कूल, Bhindwas Birds Sanctuary का विकास, स्वास्थ्य सुविधाएं, खारे पानी को साफ करने का Projectऔर Computer Training की व्यवस्था भी शामिल हैं।
इसके अलावा स्थानीय नौजवानों के लिए एक विशेष कार्यक्रम भी चलायाजाएगा जिसके ज़रिए उन्हें पानी, ऊर्जा और वातावरण जैसे बुनियादी क्षेत्रों में तकनीकीजानकारी मिल सकेगी।
Department of Atomic Energy ने इस project को लागू करने के लिए कड़ीमेहनत की है जिसके लिए मैं उनकी तारीफ करना चाहूंगा। Project की कामयाबी केलिए मैं अपनी शुभकामनाएं भी देना चाहूंगा।
AIIMS के झज्जर Campus में, जो National Cancer Institute बनाया जाएगावह स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार का सबसे बड़ा अकेला Project होगा। इसेसाढ़े तीन सालों में करीब 2000 करोड़ रुपए की कीमत से लागू किया जाएगा। देश मेंकैन्सर रोग से संबंधित research के लिए यह एक बहुत बड़ा कदम साबित होगा औरउत्तरी भारत में कैन्सर के इलाज में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। National Cancer Institute में 710 beds की सुविधा होगी और कुल मिलाकर 550 doctors और 2200 nurses यहां काम कर पायेंगे।
भारत में कैन्सर, दिल की बीमारियां और diabetes जैसी बीमारियों का बोझतेजी से बढ़ रहा है। इसके मद्देनजर Cancer रोग से संबंधित Research और उसकेइलाज के लिए एक institute की ज़रूरत शायद इससे ज्यादा पहले कभी नहीं रही। मैंअपने साथी श्री गुलाम नबी आज़ाद साहब को इस project को असलियत के इतनाकरीब लाने के लिए बहुत-बहुत मुबारकबाद देता हूं। साथ में, मैं AIIMS को भी इसProject पर मेहनत से काम करने के लिए बधाई देता हूं।
श्री गुलाम नबी आज़ाद के नेतृत्व में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई बड़े projects शुरूकिए गए हैं। यह सब आम आदमी को सीधे तौर पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने केहमारे commitment का सुबूत हैं। 2005 में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन शुरू कियागया था जिसने देश के ग्रामीण इलाकों में बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल को नई रफ्तारदी है।
ये दोनों projects बुनियादी तौर पर हमारे देश और हमारी जनता के विकास सेजुड़े हुए हैं। मैं आज आपको यह भरोसा भी दिलाना चाहता हूं कि हमारी सरकार आपऔर आपके बच्चों का भविष्य बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए हर मुमकिनकोशिश करती रहेगी।
इन्हीं शब्दों के साथ, मैं आप सबका शुक्रिया अदा करता हूं और राष्ट्रीय विकासके कामों में सफलता प्राप्त करने के लिए हरियाणा के लोगों को बधाई देता हूं।
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